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बधाई(वधावा) का गीत
गीत - 1
आज दिन सोने का हुआ महाराजा
सोने का दिन हुआ चाँदी की रात हुई
सोने का कलश भराओ महाराजा (आज दिन)
पेलो बधावो सुसराजी घर भेज्यो
दुजो बधावो जेठवो घर भेज्यो
सासुजी लीयो धन गोद महाराजा (आज दिन)
भाभीजी लीयो धन बाट महाराजा (आज दिन)
नोट- आगे देवरजी ननदोईजी सायबाजी का नाम लेना।
गीत - 2
छोटी सी तुलसा हमने बड़ी करी, मन मे हरक नी माय
आया श्री कृष्ण तुलसा ले गया, रेगई मन पछ्ताय
गेला ये गोरी बावला तुलसा अपनी कहाय
छोटो सो आम्बो हमने बड़ो करयो
आया ग्वाला केरी ले गया, रेगई मन पछ्ताय
गेला ये गोरी बावला आम्बो अपनी कहाय
छोटी सी कन्या हमने बड़ी करी, मन मे हरक नी माय
आया जंवाई कन्या ले गया, रेगई मन पछ्ताय
गेला ये गोरी बावला कन्या अपनी कहाय
छोटो सो कंवर हमने बड़ो करयो, मन मे हरक नी माय
आया कुल बहु दुजा हो गया, रे गई मन पछ्ताय
गेला ये गोरी कंवर कन्या अपनी कहाय
चुड़ा का गीत
चुड़ो गीत 1
माथा ने मेमद लावजो हो रसिया
कान झाल घड़ाय हो जी म्हारी सुनो जी म्हारी
पाटे बेठ चुड़ो पेन्यो हो रसिया
धन चुड़लो धन चुन्दड़ी हो रसिया
धन चुड़लावालीनार हो जी म्हारी सुनो जी म्हारी
पाटे बेठ चुड़ो पेन्यो हो रसिया
नोट- आगे रकम का नाम लेना।
चुड़ो गीत 2
म्हारे रे पिछोकड बसे रे खेरादी
चुड़ली चिरयदो पिया आज की घड़ी पर बात की घड़ी
लेदों लेदो पिया जी म्हाने बाजनी सी बंगड़ी
बाजनी सी बंगड़ी न उदयपुर की चून्दड़ी
म्हारि सासुजी ने पंगा लाग्ता बाजे जी घड़ी
लेदों लेदो पिया जी म्हाने बाजनी सी बंगड़ी
इसी प्रकार- सब रकम का नाम लेना सोनी, हलवाई, खेरादी, तम्बोली आदि।
चुड़ो गीत 3
म्हारा माथान मेमद लाओ गढा मारुजी
हाओ झीना मारुजी चकरी रो चुड़ो रांजीद बंगड़ी सोना की
म्हेतो थाई देख्या थांई जीवा गाढ़ा मारुजी
हाओ झीना मारुजी चकरी रो चुड़ो रांजीद बंगड़ी सोना की
म्हेतो बिन देख्या कुम्हलांवा गाढ़ा मारुजी
हाओ झीना मारुजी चकरी रो चुड़ो रांजीद बंगड़ी सोना की
म्हेतो टांक भरयो अन गाढ़ा मारुजी
हाओ झीना मारुजी चकरी रो चुड़ो रांजीद बंगड़ी सोना की
म्हेतो सोनीड़ा रे कांटे तुल जांवा गाढ़ा मारुजी
हाओ झीना मारुजी चकरी रो चुड़ो रांजीद बंगड़ी सोना की
म्हेतो सीफ भरयो जल पिवां गाढ़ा मारुजी
हाओ झीना मारुजी चकरी रो चुड़ो रांजीद बंगड़ी सोना की
म्हेतो बजाजी रे गज नप जांरा गाढ़ा मारुजी
हाओ झीना मारुजी चकरी रो चुड़ो रांजीद बंगड़ी सोना की
नोट- आगे रकम का नाम लेना।
बहु के बिदा करने के गीत
गीत नंबर 1
थे हतांयाँ बेठता सुनो रा सुसरजी हमारा
थे भैंस दुअन्ता सुनो रा जेठ्जी हमारा
थे हुकुम करो तो दिन दस पियर जांवा
थे जाओ ये बहुअड़ हम नावरजा झमकता घर आवजो
म्हारी साल सुनी पटसाल सुनी सूनाजी मेड़ी ओवरा
म्हारी चन्द्रा बदनीचली हो पियर झमकता घर आवजो
म्हारी पियर पूरी चाली हो पियर झमकता घर आवजो
नोट- आगे देवर ननदोई आदि का नाम लेना।
गीत नंबर 2
ब्याह मे लगन के दिन बेटी को विदा करने का गीत
कुणजी घुड़ला पलानीया हुवा असवार
पाछा फ़िरी न रुकमण झांकिया दादाजी उबा मांडा हेट
थे घर जाओ दादाजी आपने म्हे तो चाल्या परदेस
सम्पत होए तो बुलावजो नीतर भला परदेस
सम्पत थोड़ो बाई रण घणो बाई ने लांवा बेगा बेग
नोट- आगे काकाजी बीराजी आदि का नाम लेना।
गीत नंबर 3
ओ म्हारी करकरीया री बेटी
ओ म्हारे सुभद्रा बाई सायर बेटी
ओ सासु गाल मती दीजे
ये म्हे तो लाडू देर लड़ाई। ये म्हेतो खाजा देर खिलाई
ये म्हे तो पेड़ा देर पड़ाई। ये म्हेतो दूध पायर मोटी किन्हीं
सातंग के गीत
अन्नी माड़े नारे लारो चाव
पलानो वसुदेवजी सांडड़ी जी
अन्नी माड़े खारकारों चाव
पलानो श्री क्र्ष्णजी सांडड़ी जी
सांडड़ी रे गले घुंघर माल
वा रिमझिम चाले सांडड़ी जी
सांडड़ली झुकाओ मांड़ा हेट
निराओ नागर बेलड़ी जी
नोट- आगे कंकु, मेंदी, गेहना रुपया आदि का नाम लेना आगे सभी घर वालो का नाम लेना।
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