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गीत - 7
रातीजगा का गीत
पीतर गीत-1
पीतरज आया म्हारी अलियाँ हो गलियाँ तो
फूल बिखेरू चम्पा कलियाँ पूर्वज भले ही पधारया
पूर्वज आया म्हारे गायां रे ग्वाड़े तो
गायां बछ्ड़ा जाया जी (पूर्वज भले ही)
पूर्वज आया म्हारे भेस्यारे ग्वाड़े तो
भेस्या म्हारे भुरा पाड़ा जाया (पूर्वज भले ही)
पूर्वज आया म्हारे बेटियाँ रे ओबरे तो
बेटियाँ म्हारी धरम दोहिता जाया (पूर्वज भले ही)
पूर्वज आया म्हारे कुल बहुआँ रे ओबरे तो
कुल बहुआँ लाड़न बेटा जाया (पूर्वज भले ही)
पूर्वज आया म्हारे राम रसोई तो
राम रसोई लापसी रंधाई (पूर्वज भले ही)
पूर्वज आया म्हारे रतन परिण्डे तो
गंगा जल झारी भराई (पूर्वज भले ही पधारया)
पीतर गीत-2
भेरूजी लिप्यातो चुप्या म्हारा आगंन,
भेरूजी पगल्यारा माड़न वाला
दोनी अन्तर जामी पाती उगेलु कड़वा नीम की
भेरूजी झगला टोपी म्हारे अत घना
भेरूजी झगला रा पेरन वाला दोनी अन्तर जामी पाती उगेलु…
भेरूजी गायां तो भेस्या म्हारे अत बानी
भेरूजी दुधारा पिवन वाला दोनी अन्तर जामी पाती उगेलु…
भेरूजी कड़ा तो कंठी म्हारे अत घना
भेरूजी कड़ा रा पेरन वाला दोनी अन्तर जामी पाती उगेलु…
भेरूजी माता रा जाया वीरा अत घना
भेरूजी बुआसा र केवन वाला दोनी अन्तर जामी पाती उगेलु कड़वा…
भेरूजी सासु री जाई ननदल अत घनी
भेरूजी मामा सा रा केवन वाला दोनी
अन्तर जामी पाती उगेलु कड़वा नीमकी
टुट्या भेरूजी अरथ भंडार
एकगोदी न दुजो आगंली जी
पीतरगीत-3
कंकु चंदन कंकु चंदन चोक पुराय
गज मोतियाँ रा चोक पुरावजो जी
जठे बेठिया जठे बेठिया वसुदेवजी रा जोध
ये तोकरो हो सोधरा बाई आरती जी
बई री सासु बई री सासु ननद पूछे बात
बहुअड़ काई हो लाया आरत्यो जी
घुड़ला लाया घुड़ला लाया मांडप डारी रात
गज हस्ती हो लाया डेड सौ जी
बहुअड़ झुठा बहुअड़ रा झुठा बोलो
थारी चार टका री आरतीजी
सासू साँचा सासू साँचा में साँचा बोला
म्हारी लाख मोहर की आरती जी
चर जीयो चर जीयो जामण जाया बीर
म्हारी आरतड़ी रे संजोवियाजी
चर जीवो चर जीओ जामण जाई बेन
म्हारा मन रा मनोरथ पूरियाजी
सवाग-कामण
गीत नंबर 1
( लड़की का ब्याह में गावे)
सवाग मांगन चाली अपना दादाजी दरबार
सवाग मांगन चाली अपना काकाजी दरबार
दाजी दोन सवाग काका दोन सवाग
अखण्ड कवारी ने सवाग ए मां में क्या जानू
कामण घोल घोल लाग्या
कामण लाग्या हो राईभर कामण लाग्या हो सूरजमल
इंदली बिदली से घुल लाग्या कागज टीकी से घुल लाग्या
नैन मजीरा से घुल लाग्या ए मां में क्या जानू
कामण गेल लाग्या
(बिराजी, मामाजी, फुफाजी आदि का नाम लेना)
गीत नंबर 2
( लड़की का ब्याह में गावे)
लाड़ी री दादी दाल दलो न उड़दया की
लाड़ी री दादी दाल दलो न उड़दया की
थे उड़द मूंग सा दलजो सुहाग कामण करजो
सुहाग लाग्या अल्ले वो कामण लाग्या पल्ले
(आगे भाभी, मामी, मासी, भुआ आदि का नाम लेना)
घोड़ी के गीत
गीत नंबर 1
तु तो चाल म्हारा दादाजी घर चाल
म्हेते कांई करु महाराज म्हारे घणा घ्ररा रो काम
घोड़ी चुगे चना री दाल राईभर जीमे भूरा भात
घोडी पीवे ठ्ण्डे नीर राईभर पीवे कचोलिया दूध
घोड़ी चाबे हरियो घास राईभर चाबे नाघर पान
नोट- दादाजी, मामाजी, बीराजी सभी का नाम लेना।
गीत नंबर 2
बनाजी थारा बाबाजी पूछे बात, बनाजी थारा काकाजी पूछे बात
बनारी घोड़ी रिमझम करती आय, दुल्हा री घोड़ी रिमझम करती आय
शहर का लोग जगाती आय, गलियो में धूम मचाती आय
गुलालारी गिरत उड़ातो आय, पतासा रो नेग चुकातो आय
जलेब्या री जाल्या झुकावती आय, पतासा रो नेग चुकातो आय
बनारी घोड़ी रिमझम करती आय, दुल्हा री घोड़ी रिमझम करती आय
नोट- दादाजी, मामाजी, बीराजी सभी का नाम लेना।
गीत नंबर 3
घोड़ी नाचत कूदत नगर गई
घोड़ी गई रे जोशीड़ा री हाट बछेरी घोड़ी घूम रही
उस जोशन ने बनड़ो बुलाय लियो बुलाय लियो, ढोल्या ढाल दियो
ढोल्या ढाल दियो सूरमासार दियो, राई भर बैठ गया
तुझे देऊरे आच्छा लगना लिखाय बढेरी घोड़ी घूम रही
नोट- बाजाजी, सोनी, हलवाई, खेरादी आदि का नाम लेना।
वीरा के गीत
गीत - 1
अरज मेरी सुनो भैया समय पर भात ले आना
ससुरजी को सूट ले आना सास की साड़ी ले आना
अगर इतना न होभैया तो खाली हाथ आजा ना
अरज मेरी सुनो भैया समय पर भात ले आना
(आगे देवर, ननदोई आदि का नाम लेना)
गीत - 2
बेना की लागी पगन, मिले भाई बहन
बीरा म्हारा भरजो भरजो जी भात हमारा …2
सुसराजी को सूट सिलाना सासुजी को बेस पहनाना
बेना की हल्की चुन्द्ड़ लागे भी सुन्दर
बीरा म्हारा भरजो भरजो जी भात हमारा …2 (आगे परिवार वालों का नाम लेना)
गीत - 3
सुसराजी बरजे थे बहु, मत नोते तेरा भैया
सासुजी बरजे थे बहु, मत नोते तेरा भैया
ओ पैसे वाली बहन गरीब उसका भैया
सुसराजी की बरजी ना रंगू मैं नोतू अपना भैया
सासूजी की बरजी ना रंगू मैं नोतू अपना भैया
मण्डप की शोभा होवे जब आवे मेरा भैया
कुछ ले जायेगा कुछ दे जायेगा कुछ भात भरेगा भैया
ओ पैसे वाली बहन गरीब उसका भैया
नोट – आगे जेठजी, देवरजी सभी का नाम लेना।
गीत - 4
ओढूं म्हारी बनडी रे ब्याह जानेती देखे निखरता जी
देखे म्हारा देवर जेठ राजींद देखे मुलकताजी
बांगां में बजा जंगी ढोल सेरिया में बाजे शहनाई जी
आया म्हारी मांग का जाया बीर चुन्दड़ लाया रेशमी जी
नापू तो हाथ पचास तोलु तो तोला तीस की जी
मेलु तो तरसे म्हारो जीव ओढू तो हीरा खिरपड़े जी
देखे म्हारा देवर जेठ राजींद देखे मुलकताजी
नोट – आगे बाबा मामा आदि का नाम लेना।
गीत - 5
बीरा रमा झमा से म्हारे आजो
सिरदार भतीजो लेरा लाजो जी बीरा रमा झमा से
बीरा म्हारा माथा में मेंमद लाजो म्हारा कानन झाल घड़ाजा
म्हारा झुमणा रतन जड़ाजो जी बीरा रमा झमा से
बीरा थे भी आजोभावज लाजो सिरदार भतीजो लेरा लाजो
जी बीरा रमा झमा से म्हारे आजो
नोट – आगे रकम का नाम लेना।
गीत - 6
मेमद घड़ावाँ बेन्या थारे कारणे,झूमकी रतन जड़ाय
समदर सायर बीरा उलटिया 1 ………………………।
कालर घड़ावाँ बेन्या थारे कारणे, कण्ठी रतन जड़ाय
समदर सायर बीरा उलटिया 2………………………।
पांच पीला ने ऊपर चूंदड़ी, बीरा म्हाने केशरिया रि होस
समदर सायर बीरा उलटिया 3………………………।
कोन सो बीरो सावन भावदो, कोन सी बेन्या सावनियारी तीजट
समदर सायर बीरा उलटिया 4………………………।
श्री क्रष्ण बीरो सावन भावदो, सोधराबाई बेन्या सावनियारी तीज
समदर सायर बीरा उलटिया 5 ………………………।
नोट – आगे रकम का और भाई बहन का नाम लेना।
गीत - 7
देखो औ सासु म्हारा पिहर को परिवार
मयरो भरन आयो आज जी
रथ मे बेठ्यो सावल बिरो भौजायाँ के लार
सौ रुपया की चूँद्ड़ लायो नौ तोला को हार
आगे – जिठानी ,देरानी ,नंनद आदि का नाम लेना है।
गीत - 8
मेरा घर सुना मेरा मंडप सुना
मेरा भेया न आया आज रे अब कौन उढाये चूंन्द्ड़ीयाँ
सास हमारी देवे ताना हमसे सहा न जाये
आजा मेरे भेया चूंद्ड़ उड़ाजा रखना मंड्प की लाज रे
अब कौन उड़ावे चूंन्द्ड़ीयाँ
आगे – जिठानी ,देरानी ,नंनद आदि का नाम लेना है।
निकासी का गीत
निकासी से वापस आने के समय गावे
बनाजी थे तो जोशीड़ा रे जाजो म्हाका राज
लगना री पारख जावे जो रे बनड़ा
बनाजी थे तो बालाजी रे जाजो म्हाका राज
पडला री पारख लावाजो रे बनड़ा
बनाजी थारा हाँथा में हरिया रुमाल
पावाँ री मेंदी राचनी रे बनड़ा
बनाजी थारी घोड़ी रे गले घुंगरमाल
पावाँ रा नेवर बांजना रे बनड़ा
बनाजी थारे कांधे नकसी बन्दूक
तोड़ातो चमक्या जानतारे बनड़ा
बनाजी थे तो चड चाल्या मध आदि रात
म्हारी सूती नगरी ओजकी रे बनड़ा
बनाजी थे तो आया आया सइजी साझं
सहेया माण्डायो खेल्नो हो बनड़ा
बनाजी थे तो आया आया सइजी साझं
बेरन आई निदड़ी रे बनड़ा
बनाजी थे तो आया आया पिछली परबात
सासूजी मांडयो पिसनो रे बनड़ा
बनाजी थे तो आया आया उगन्ते परबात
बेरी तो बोल्यो कूकडो रे बनड़ा
इसी प्रकार- सब रकम का नाम लेना सोनी, हलवाई, खेरादी, तम्बोली आदि।
नोता का गीत
पान पचास सुपारी हो डेढ़ सो तो तमघर नोतो सूरज जी
चन्द्र्मा जी माया कर आवजो ।
जी हो तम घर नोतो गजानन्द्जी देवी देवता माया कर आवणो
आप घोड़ लड़ वांकी राण्या हो पालखड़े ।
थांका छोरा छोरी बेठ सिंगासन मांया कर आवजो ।
नोट- आगे माय्ररा वाला का, जंवाई का ब्याई सगा का नाम लेवना ।
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